सर्दियों में जुकाम का घरेलू इलाज !


** जुकाम चूंकि एक संक्रामक बीमारी है. इसलिए रोगी द्वारा इस्तेमाल किए गए तौलिये, रूमाल इत्यादि का उपयोग करना जुकाम के फैलने का प्रमुख कारण बनता है। इसलिए रोगी की इन चीजो के इस्तेमाल से यथासंभव बचने की कोशिश करें। खासतौर से छोटे बच्चों एवं वृद्धजनों को तो संक्रमण के शिकार व्यक्ति से दूर ही रहना चाहिए, क्योंकि इनमें संक्रमण की संभावना अपेक्षाकृत अधिक रहती है।


**जुकाम होने पर नाक या बलगम इधर-उधर नहीं फैंकें।


** सदी के मौसम में जुकाम से बचने के लिए एकदम से गर्म कमरे या बिस्तर से निकलकर बाहर न जाएं ताकि सर्द-गर्म से बचा जा सके।


** जुकाम से बचाव के लिए सर्वाधिक जरूरी है शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र का मजबूत रहना और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए पौष्टिक आहार तथा आंवला, संतरा, मौसमी, नींबू, हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, अंकुरित दालें, अमरूद इत्यादि विटामिन 'सी' की प्रचुरता वाले पदार्थों का सेवन करना बहुत जरूरी है। ताजे फलों का रस पीना भी जुकाम में फायदेमंद रहता है। अधिक तरल पदार्थों का अपने भोजन में समावेश करें, ताकि कब्ज न रहे। तले हुए, भारी व ज्यादा मिर्च-मसालेदार भोजन से परहेज करें।


** जुकाम होने पर ठंडे खाद्य व पेय पदार्थों तथा खट्टी वस्तुओं के सेवन से परहेज करना चाहिए। जुकाम होने पर दही का सेवन करना भी नुक्सानदायक रहता है।


** ठंडा नहीं बल्कि ताजा पानी पिये और सर्दी का मौसम हो तो गुनगुना पानी पीएं, पानी भी काफी मात्रा में पीएं।


** जुकाम के कारण गला खराब हो तो गुनगुने पानी में नमक मिलाकर 3-4 बार गरारे करें। इससे गले की खराश कम होने के साथ, गले का दर्द भी कम होगा। जुकाम होने पर मामूली सा नमक डालकर अदरक वाली चाय पीने से भी राहत मिलता है।


** जुकाम होने पर बेहतर यही है कि अपनी मर्जी से दवाए लेने के बजाय चिकित्सक के परामर्श से ही दवाएं ले और यथासंभव आराम करें. 


** जुकाम का प्रकोप तीव्र हो तो नाक पर रूमाल रखें, ताकि हवा से बार-बार छींकें न आएं।


** जुकाम का संक्रमण बढ़ने पर जब नाक बंद हो जाए तो विक्स इत्यादि की औषधियुक्त भाप लेना बहुत फायदेमंद रहता है। इससे नाक तो आसानी से खुलती ही है, सिर के भारीपन से भी का राहत मिलती है।


** उपरोक्त सावधानियों के बाद भी जुकाम का प्रकोप शांत होता नजर न आए तो किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श लेने में विलम्ब न करें क्योंकि ज्यादा दिनों तक जुकाम रहने से शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली क्षीण होते जाने से शरीर में अन्य रोगों के पनपने का खतरा बढ़ जाता है।