दृढ़ इच्छाशक्ति यानी विल पावर जीवन की हर सफलता की नींव है। यदि किसी इंसान में यह है, तो वह विपरित परिस्थितियों से भी बाहर निकलने का मार्ग ढूंढ़ लेता हैे और मंजिल तक पहुंचने में सफल हो जाता है। लेकिन इसके विपरित किसी के पास पर्याप्त भौतिक संसाधान होते हुए भी दृढ़ इच्छाशक्ति का अभाव है, तो सारी सुख-सुविधाएं उसके किसी काम की नहीं हैं।
हमारे भीतर के सकारात्मक विचारों का योग ही दृढ़ इच्छाशक्ति है। यह हमें सदैव सही रास्तों पर चलने के लिए प्रेरित करता है। विश्व प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक राॅय एक बाॅनमाइस्टर और चर्चित विज्ञान लेखक जाॅन थियरनी ने अपनी पुस्तक विलपावर: रीडिस्कवरिंग हयूमन स्ट्रेंथ में अपने भीतर छिपी शक्ति को पहचानने, उसको केंद्रित करने, लक्ष्य निर्धारित करने और उसे पूरा करने के व्यावहारिक टिप्स बताए हैं।
जीवन में हर कार्य की जिम्मेदारी ले। कम बोलें और साफ बोलें। यह समझना होगा कि सफलता एक प्रक्रिया है, परिणाम नहीं। एक ही विचार बार-बार न सोचें। केवल वहीं सोचें, जो आप बनना चाहते हैं। जो आप कर रहें हैं, यदि उससे खुश है, तो आप पहले से ही सफल हैं। नकारात्मक विचार हमारे दिलों-दिमाग में इसलिए आते हैं, क्योंकि हम उन्हें जगह देते हैं। उन्हें न दें। नए विचारों पर तुरंत कार्य प्रारम्भ कर दें। वही कार्य करें, जो जीवन को लक्ष्यों के निकट ले जाए। प्रसिद्ध लेखक ब्रेन ट्रेसी ने अपनी चर्चित पुस्तक चेंज योर थिकिंग, चेंज योर लाइफ मे इसी तरफ इशारा किया है। दृढ़ इच्छाशक्ति जीवन की हर सफलता का मूलमंत्र है। इसे जीवन में उतारना, हर क्षेत्र में खुशियां बटोरना है।