अधिकांश महिलाओं में ये आदत होती है कि अपने चेहरे व कपड़ों पर तो सब ध्यान देंगी, मगर पैरों की ओर से बहत लापरवाह होती है।गंदे नाखून, फटे पैर व एडियां, उनकी सफाई की सारी पोल खोल देते हैं। पैरों की ओर ध्यान देना उन्हें समय की बर्बादी लगता है। जबकि ऐसा करके वो अपने स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ करती है। सौंदर्य बेकार होता है सो अलग।
पैरों को स्वास्थ्य बनाने के कुछ उपाय-
1.सर्वप्रथम तो यह ध्यान रखें कि आपकी - चाल की मुद्रा सीधी हो। 2. बहुत कसे जूते-मोजे न पहनें।
3. रात्रि में किसी गुनगुने तेल या लोशन से पैरों की हल्की-हल्की मालिश करें। इससे थके पैरों को आराम मिलेगा।
4. प्रात:काल उठकर प्रतिदिन नंगे पैर घूमने की आदत बनाएं। ओस पड़ी हुई घास पर टहलें तो बहुत ही अच्छा है। इससे नेत्रज्योति भी ठीक रहती है।
पैरों की मालिश-
पैरों की अच्छी देखभाल के लिए नियमपूर्वक मालिश करना बहुत ही जरूरी है। इससे रक्त संचार भी ठीक को रहता है व पैर कोमल बने रहते हैं। पैरों की मालिश के लिए कोई भी तेल या क्रीम प्रयोग कर सकते हैं। मालिश करते समय तलवों पर दबाव पड़े व उंगलियों की गोलाई में मालिश हो, एडियों पर भी उचित दबाव डालते हुए ही मालिश करें, क्योंकि पूरे शरीर का की बोझ एडियों को ही झेलना पड़ता है। मालिश करने के बाद कोई भी पुराने मोजे आप पैरों में पहन सकती हैं,जिससे पैर धूल-मिट्टी से बचे रहें।
पैरों की थकान भगाएं-
गुनगुने पानी में एक चम्मच नमक डालें व इस पानी में पैरों को पांच-दस मिनट तक भिगोये रखें। थोड़ी देर बाद पैरों को पानी से बाहर निकालें व पानी से धों-पोंछ कर हल्का सा मॉइश्चराइजर लगा लें।
एक टब में गुनगुना पानी डालें, अब इसमें पैरों को डुबोएं, थोड़ा गुनगुना पानी पंजों पर धार बांध कर डालें, अब इसके बाद ठंडा पानी डालें। बारी-बारी से ऐसा करें, अब पैरों को पोंछ कर कोई भी माइश्चराइजर लगा लें।
हल्के गर्म पानी में एक चम्मच खाने वाला सोड़ा डाल लें।5-10 मिनट पैरों को डुबोकर रखें। पैरों को अच्छी प्रकार से रगड़कर साफ करें व पोंछते हुए सुखा लें।
पैडीक्योर के लिए जरूरी सामान-
पैडीक्योर करने के लिए आपको निम्न वस्तुओं की जरूरत पड़ेगी। एक छोटा टब, पैर रगड़ने के लिए झांवा, पुराना टूथब्रश, कोल्डक्रीम, कुछ बूंदें डिटॉल की, रुई तौलिया, मैनीक्योर, शैंपू इत्यादि।
तरीका-
सर्वप्रथम पॉलिश छुड़ा लें, पैरों को - कोमल, स्वस्थ व सुंदर बनाने के लिए 10-15 दिनों के अंतराल पर पैडीक्योर करना चाहिए, क्योंकि इससे पैरों को आराम मिलता है। पैर इन्फेक्शन व गंदगी से बचे रहते हैं व उंगलियों व फटी एड़ियों के उचित रखरखाव के लिए तो यह बहुत ही उत्तम है।
थोड़ा सा शैंपू व कुछ बूंदें डिटॉल की गुनगुने पानी में टब में डालें। अब आप किसी स्टूल या कुर्सी पर बैठ जाएं व पैरों को इस पानी में डुबो लें। अब 10 मिनट डुबोने के बाद पैरों के नाखूनों में जमी मैल को पुराने टूथब्रश से रगड़ें, व नाखूनों में जमी मैल को पुराने टूथब्रश से रगड़ें व नाखूनों को सही आकार दें। तलुवों को भी अच्छी प्रकार से साफ कर लें। । अब नाखूनों के आसपास हल्की सी क्रीम मलें व अच्छी प्रकार से पैरों को धोकर पोंछ लें, मनपसंद नेलपॉलिश लगा लें, पैरों के लिए गहरे शेड चुनें। इन सारी बातों को ध्यान में रखेंगे तो पैर कोमल व थकानरहित बने रहेंगे।
पैरों की देखभाल के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स-
पैरों की यदि सही तरह से देखभाल न की जाएं तो कुछ समस्याएं पैदा हो जाती हैं। जो एक बार शुरू तो हो जाएं जल्दी से ठीक होना मुश्किल होती हैं। क्योंकि यदि किसी छोटी सी परेशानी पर शुरू में ही ध्यान न दिया जाए तो एक दिन वही गंभीर रोग का कारण बन सकती है। पैरों की कुछ समस्याएं ज्यादा देखने में आती हैं। जैसे-पैरों में सूजन या गोखरू - बन जाना, पैरों से पसीना आना आदि।
-पैरों में ज्यादा पसीना आता हो, तो पानी में पोटेशियम, परमैगनेट मिलाकर पैरों पर पाउडर छिड़कें।
-सही नाप के जूते-चप्पलों का ही चुनाव करें।
-महिलाओं में पैरों की समस्याएं ज्यादा देखने में आती हैं। जिसका कारण है ऊंची एड़ी के जूते-चप्पल को अधिक पहनना।
-घर में सदा आरामदायक व समतल चप्पलों का ही चुनाव करें।
-नंगे पैर कुछ देर अवश्य टहलें, इससे पैर मुलायम बने रहते हैं।
-कोई भी समस्या ज्यादा दिन तक रहे तो डाक्टर को अवश्य दिखाएं व सही उपचार करें।