इन सर्दियों में जुकाम का सरल उपचार!







धीरे-धीरे सर्दी बढ़ रही है। मौसम के परिवर्तन के साथ-साथ जुकाम का लगना स्वाभाविक है। जुकाम लगने के बाद जल्दी से इसके शिकंजे से मुक्ति नहीं मिलती। जुकाम होने पर नाक से पानी बहने लगता है और गला भी भारी हो जाता हैं, जुकाम के साथ-साथ खाँसी भी हो सकती है।


पसीने में पानी पीने अथवा नहाने से जुकाम हो जाता है। इसके अलावा धूप में दौड़ने अथवा सर्दी से बचाव न करने पर भी जुकाम हो सकता है। अतः इन सब बातों का यदि सावधानीपूर्वक ध्यान रखा जाए तो जुकाम होने की बहत कम सम्भावना रह जाती है। फिर भी यदि जुकाम लग जाए तो निम्नलिखित उपाय किये जाने चाहिए--


तुलसी के पत्ते, एक काली मिर्च, एक लौंग व थोड़ी-सी अदरक, एक गिलास पानी में उबालें, जब पानी की मात्रा चौथाई रह जाए तो उसे उतारकर ठंडा होने दें, ज्यादा ठंडा भी नहीं होना चाहिए । गुनगुना ठीक रहता है । इसमें समुचित मात्रा में चीनी  भी मिला लेनी चाहिए। इसे पीकर सो जाएँ। सुबह काफी आराम महसूस होगा।


उपर्यक्त सामग्री चाय में डालकर भी पी सकते हैं। यदि सभी वस्तुएँ सुलभ न हों तो मात्र तुलसी के पत्ते व काली मिर्च से भी काम चल सकता है।


जुकाम लगने पर खाने-पीने में भी विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। तेलयुक्त वस्तुओं से परहेज ही रखें। जहाँ तक सम्भव हो, हल्का खाना खाना चाहिए। तेलयुक्त वस्तुएँ एवं अधिक मिर्च-मसाले वाली चीजों से परहेज रखें, जहाँ तक संभव हो हल्का खाना खाएं.