'गड़े मुर्दे उखाड़ने' का रिवाज !


मालागासी गणराज्य के तानानारिव क्षेत्र में मुर्दो की हड्डियाँ जमीन से उखाड़ कर दूसरे स्थान पर बार-बार गाड़ते रहने का रिवाज है कारण यह बताया जाता है कि जब कब्र में कफन सड़ जाता है तो मृतक को ठंड लगने लगती है। फलतः वह अपने परिवार वालों को नया कपड़ा बदलने का सपना देता है। परिवार वाले मिलजुल कर इसके लिए पैसा बचाने लगते हैं और जब कपड़े तथा उत्सव के लिए आवश्यक धन एकत्रित हो जाता है तो वे उस 'गड़े मुर्दे उखाड़ने' की कहावत पूरी करते हैं । गाजे बाजे के साथ यह कृत्य किया जाता है। खोदने के बाद निकली अस्थियों को नये कपड़े से लपेटा जाता है और फिर नये स्थान पर बनाई गयी कब्र तक उसे नृत्य, वाद्य करते हुए ले जाया जाता है । प्रयत्न यह किया जाता है कि यदि पति-पत्नी दोनों मर चुके हैं तो दोनों की अस्थियाँ एक साथ गाड़ी-उखाड़ी जाती रहें । मरने के बाद भी उनका बिछोह न हो। इस गड़े मुर्दे उखाड़ने की प्रथा को उस समुदाय में "फार्मादहागा" नाम दिया जाता है.