एक घंटा रोजाना निकालिये!


टीवी देखते, मोबाइल पर स्टेटस करते हुए समय कैसे निकल जाता है, पता ही नहीं चलता। गैजेट्स के इस दौर में इन चक्करों में काॅलेज या दफ्तर के लिए देर हो जाती है। खुद को अपडेट रखने की कोशिश करते हुए भी बहुत-सी जानकारियां, ज्ञान, खबरे छूट जाती हैं। इस बारे में द नेचर आफ सक्सेस के लेखक मैक एंडरसन की मानें, तो रोजाना सिर्फ एक घंटा कोई नया काम सीखा जाए या किसी नए विषय का अध्ययन किया जाए, तो सच मानिए, पांच वर्ष या उससे भी काम समय में आप उस काम या विषय के विशेषज्ञ बन जायेंगे। बस, आपको लगातार प्रयास जारी रखना होगा। 
सिंपल ट्रुथ के संस्थापक व लेखक मैक एंडरसन के मुताबिक, समय प्रबंधन एक तरह का अनुशासन है। आज के समय में जैसे कम्पनी की मार्केट वैल्यू है, वैसे ही इंसान के व्यक्तित्व की कीमत है। अगर रोजाना आप एक घंटे में किसी किताब के बीस पन्ने पढ़ते हैं, तो साल भर में आप कई हजार पन्ने और लगभग 18 ग्रंथों को पढ़ सकते हैं। वास्तव में, रोज के एक घंटे के सही और सकारात्मक उपयोग से आप साधारण से असाधारण व्यक्ति बन सकते हैं। विद्धता हासिल करना पर्वतारोहण की तरह की है। जैसे-जैसे आपके ज्ञान का दायरा बढ़ता है, आप ऊपर की सीढ़ियाँ चढ़ते हैं, वैसे-वैसे आपका नजरिया और सोच का दायरा व्यापक होता जाता है। इससे आपके जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आता है। जे कृष्णमूर्ति का कहना है कि ईश्वर एक बार एक ही क्षण देता है और दूसरा क्षण देने से पहले, दिये हुए क्षण को वापस ले लेता है। जबकि कवि रहीम ने लिखा है- करत करत अभ्यास से जड़मति होत सुजान।