व्यायाम से तन और मन दोनों को स्वस्थ रखा जा सकता है। इससे बुढ़ापे के प्रभाव को भी कम किया जा सकता है। अब एक अध्ययन में पाया गया है कि वजन उठाने और पुश-अप जैसे भारी व्यायाम की तुलना में दौड़ने, तैराकी और साइकिल चलाने से बुढ़ापे के प्रभाव को कम करने में ज्यादा मद्द मिल सकती है।
जर्मनी की लिपजिंग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, अध्ययन में विविध प्रकार के व्यायामों का मानव कोशिकाओं पर पड़ने वाले प्रभाव पर गौर किया गया। अध्ययन में पाया गया कि दौड़ने और तैराकी जैसी एन्डुरेंस एक्सरसाइज और हाइली इंटेसिटी इंटर्बल ट्रेनिंग से कोशिकाओं के कमजोर होने की प्रक्रिया को धीमा या पलटा जा सकता है जबकि वजन उठाने और पुशअप जैसी रेजिस्टेंस एक्सरसाइज में यह प्रभाव देखने को नहीं मिला। अध्ययन में शामिल किए गये 266 प्रतिभागियों को तीन समूहों में बांटकर इन व्यायामों के प्रभाव को आंका गया था।