योग में रूचि रखने वाले बहुत से लोग नहीं जानते कि कौन से रोग के लिए कौन सा योगासन करें, मैं आज आपको विभिन्न रोगों में लाभकारी योगासनों को बता रहा हूं, परन्तु ये ध्यान रखें कि योगासन कभी देखा देखी नहीं करना चाहिए, बल्कि इसे किसी योग्य योगाचार्य के प्रत्यक्ष मार्गदर्शन में ही करना चाहिए। कहा भी गया है-
देखा दाखी साधै योग
छिजे काया बाढ़े रोग
अब देखिए विभिन्न रोगों के उपचार के लिए कौन सा आसन उपयुक्त है-
अपच-मयूरासन, ताड़ासन, शलभासन, वज्रासन, गोमुखासन।
भुख न लगना-शीर्षासन, मत्सयासन, वज्रासन, पश्चिमोत्ताशन।
कब्ज-पवनमुक्तासन, पश्चिमोत्ताशान, ताड़ासन, भुजंगासन।
कमरदर्द-धनुरासन, शलभासन
गठिया-वातरोग-धनुरासन, शलभासन।
कुष्ठ आदि रोग-नेति, शंख प्रक्षालन, सूर्य नमस्कार।
दमा-शीर्षासन, श्वासन, शंख प्रक्षालन।
आंखों की बीमारियां-त्राटक, नेति, सूत्र नेति, धृत नेति, जल नेति।
पेट के विकार-पवनमुक्तासन, हलासन, मयूरासन, ताड़ासन, गोमुखासन।
बुढ़ापा रोकने के लिए-शीर्षासन, सर्वांगासन।
मोटापा रोकने के लिए-नेति, शंख प्रक्षालन, सर्वागासन, हलासन।
रक्त की कमी-सूर्य नमस्कार, शीर्षासन, भुजंगासन।
पीठ दर्द-गोमुखासन, पश्चिमोत्तासन, धनुरासन, सूर्यनमस्कार।
-संजय कुमार गर्ग